आईओसी के शुद्ध लाभ में 85 फीसद बढ़ोतरी
नई दिल्ली, (भाषा)। बेहतर रिफाइनिंग मार्जिन तथा भंडारण लाभ के चलते इंडियन आयल कारपोरेशन ाआईओसा का शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2017 को समाप्त तिमाही में 85 प्रतिशत बढकर 3,720.62 करोड़ रुपये हो गया। जनवरी मार्च 2016 में कंपनी का शुद्ध लाभ 2,005.89 करोड़ रुपये रहा था। प्रति शेयर शुद्ध लाभ की बात की जाए तो यह आलोच्य तिमाही में 7.85 रुपये प्रति शेयर रहा जो कि पिछले साल समान तिमाही में 4.23 रुपये प्रति शेयर रहा था। देश की सबसे बड़ी तेल परिशोधन कंपनी आईओसी के चेयरमैन बी अशोक ने आज यहां संवाददाताओं को बताया,' मुख्य रूप से भंडारण लाभ, उच्च रिफाइनिंग मार्जिन तथा परिचालनगत दक्षताओं के चलते लाभ में यह बढोतरी दर्ज की गई।' आलोच्य तिमाही में कंपनी का परिशोधन मार्जिन 8.95 डालर प्रति बैरल ासकला रहा जो कि 2015-16 में 2.99 डालर प्रति बैरल ासकला था। तिमाही में कंपनी का भंडारण लाभ 2634 करोड़ रुपये रहा जबकि 2015-16 की समान तिमाही में उसे इस मद में 3417 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। किसी परिशोधन कंपनी को भंडारण लाभ उस स्थिति में होता है जबकि वह किसी कीमत पर कच्चा तेल खरीदे और जब तक इसका परिशोधन कर उसे इ'धन में बदले, कीमतें बढ़ जाएं। आईओसी के वित्त निदेशक ए के शर्मा ने कहा,'भंडारण लाभ के बिना सकल परिशोधन मार्जिन ाजीआरएमा 7.17 डालर प्रति बैरल रहा जो कि एक साल हपले 6.23 डालर प्रति बैरल था।' आलोच्य तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 24 प्रतिशत बढ़कर।,22,285.30 करोड़ रुपये रहा। अशोक ने कहा कि आईओसी ने समूचे वित्त वर्ष 2016-17 में 19,106.40 करोड़ रुपये का अब तक का सर्वाधिक शुद्ध लाभ कमाया। कंपनी ने 2015-16 में 11,242 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इस दौरान कंपनी ने 8.349 करोड़ टन के रिकार्ड उत्पाद बेचे। उन्होंने कहा कि कंपनी ने पेट्रोकेमिक्ल व प्राकृतिक गैस कारोबार में अच्छा प्रदर्शन किया।