AAP से आगे BAP, राजस्थान में कर दिया कमाल
नई दिल्ली । कल आए चुनावी नतीजों से यह साफ हो गया है कि मोदी का मैजिक और बढ़ता जा रहा है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को धमाकेदार जीत दर्ज की है। इधर, कांग्रेस को तेलंगाना में सफलता मिली है। तीनों राज्यों में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ी भाजपा की जीत के चलते विदेशी मीडिया में भी हुए हैं। कुछ संस्थान इसे 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा की मजबूत स्थिति बता रहे हैं। वहीं, कुछ ने इसे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लिए झटका करार दिया है। चुनावी परिणामों के बीच कांग्रेस और भाजपा के अलावा एक और सियासी पार्टी सुर्खियों में छा गई है।
विधानसभा चुनाव से सिर्फ 3 महीने पहले भारत आदिवासी पार्टी (BAP) बनी और अपने प्रदर्शन से सुर्खियों में छा गई। सियासी गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई कि AAP को BAP ने पछाड़ दिया है। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार चला रही है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका। वहीं भारत आदिवासी पार्टी ने राजस्थान में 3 सीटों पर और मध्यप्रदेश में 1 सीट पर कब्जा जमाया। ग़ौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने तीने प्रदेश (मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) में 200 से ज्यादा उम्मीदवार को चुनावी दंगल में उतारा था, जबकि भारत आदिवासी पार्टी ने कुछ ही सीटों पर दांव खेला था।
आपको बता दें कि भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) में टूट के बाद कुछ आदिवासी नेताओं ने नये सियासी संगठन की नींव रखी थी। विधानसभा चुनाव में ना सिर्फ कांग्रेस और भाजपा को चुनौती दी बल्कि चार सीटों पर जीत का परचम भी लहराया।
आधिकारिक तौर पर तीन महीने पहले भारत आदिवासी पार्टी (BAP) को लॉन्च किया गया था। इसमें गुजरात, राजस्थान,महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से हज़ारों की तादाद में आदिवासी कार्यकर्ता सदस्य बने। BAP के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में चुनावी दांव खेला।
मोहनलाल रोत ने आदिवासी समुदायों के लिए रिज़र्व सीट और आदिवासी बाहुल्य सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार करीब 25 सीटों पर उतारे थे। 4 सीटों पर जीत का परचम लहराया। वहीं दिल्ली और पंजाब में सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी का राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश खाता तक नहीं खुल सका।