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भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार हंगामा है क्यूं बरपा

👤 admin3 | Updated on:2 May 2017 6:46 PM GMT

भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार  हंगामा है क्यूं बरपा

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लोकमित्र

इन दिनों हिंदी साहित्य जगत में एक तूफानी हंगामा मचा हुआ है। क्योंकि हाल ही में इस वर्ष का (2016) भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार युवा कवियित्री शुभम श्री को दिए जाने की घोषणा हुई है और इस घोषणा के साथ ही बवाल मच गया है कि पुरस्कृत कविता, कविता के नाम पर बकवास है। गौरतलब है कि अज्ञेय द्वारा संपादित प्रथम तार सप्तक के महत्वपूर्ण कवि भारत भूषण अग्रवाल की याद में साल 1979 से उनकी पत्नी भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार की शुरुआत की थी, जिसे अब भी उनकी बेटी और बेटा जारी रखे हैं। इस पुरस्कार के तहत हर साल 35 साल से कम उम्र के किसी कवि को उसकी उस साल प्रकाशित किसी कविता पर यह पुरस्कार दिया जाता है।

यह पुरस्कार शुरुआत से ही एक अल्प धनराशि का पुरस्कार होते हुए भी बेहद चर्चित और तूफानी बहस खड़ा करने वाला पुरस्कार रहा है। अरुण कमल से लेकर गीत चतुर्वेदी तक जब भी इस पुरस्कार को दिए जाने की घोषणा हुई है तो जहां एक खेमे में इसे सराहनीय फैसला बताया है, वहीं दूसरे पक्ष में इस का घोर उपहास उड़ाया है। बहरहाल शुभम श्री को इस साल का यह पुरस्कार पत्रिका जलसा-4 में प्रकाशित उनकी कविता 'पोएट्री मैनेजमेंट' के लिए दिया गया है। इस पुरस्कार समिति के निर्णायक

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