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बैरागी समागम का हीरा संग्राम सिंह बैरागी जीवन लीला समाप्त करके 24 साल की उम्र में चला गया

👤 admin 4 | Updated on:25 May 2017 6:07 PM GMT
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लुधियाना, (राजकुमार )। उजैन मध्य प्रदेश में बैरागी समाज का अनमोल हीरा संग्राम सिंह बैरागी जो कांग्रेस के सीनियर नेता मनोहर बैरागी का दोहता था संक्षिप्त बीमारी के बाद हम से बिछड़ गया। इस समय उजैन में शौक सभा में पंजाब से कुल हिंद बैरागी वैश्नव महांमंडल के प्रधान कृष्ण कुमार बावा, चण्डीगढ़ से मनोज लाकड़ा, हरियाणा से सतपाल स्वामी, दिल्ली से सुनील स्वामी विशेष तौर पर शामिल हुए। इस समय सतीश वैश्नव कुल हिंद बैरागी सेवा संघ, डा. राज सिंह बैरागी प्रसिद्ध इतिहासकार भी उपस्थित थे। इस समय बोलते श्री बावा ने कहा कि जिक्वंदगी और मौत की लड़ाई में संग्राम सिंह बैरागी लड़ाई जीत गया। संग्राम सिंह ने छोटी उम्र में बड़ी प्राप्तियाँ करके समाज अंदर 24 साल की उम्र में सन्मानयोग स्थान प्राप्त किया। 6फुट 4इंच लम्बा नौजवान बौलीवुड्ड की चौखट तक अनुपम खक्वैर राही पहुँच गया था। उन की नम्रता, सादगी और प्यार ने उसको बुलन्दियें तक पहुँचाया। आज संग्राम सिंह बैरागी का जीवन नौजवानों के लिए प्रेरनास्रोत बन गया। इस समय बोलते डा. राज सिंह और मनोज ने कहा कि संग्राम सिंह बैरागी समाज का अनमोल हीरा था। उसके अंदर जो संस्कार थे वह उनके दादा जी और नाना जी मनोहर बैरागी की देने थे। उन्होंने कहा कि आज पूरे भारत और बैरागी समाज के नेता और उजैन के लोगों ने बैरागी समाज के साथ दुख वंडाके परिवार को धारस देने की कोशिश की है।

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