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बीसीसीआई ने चैम्पियंस ट्राफी में भारत के प्रतिनिधित्व को स्वीकृति दी, आईसीसी को कानूनी नोटिस नहीं

👤 admin6 | Updated on:7 May 2017 6:32 PM GMT

बीसीसीआई ने चैम्पियंस ट्राफी में भारत के प्रतिनिधित्व को स्वीकृति दी, आईसीसी को कानूनी नोटिस नहीं

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नई दिल्ली, (भाषा)। भारतीय क्रिकेट टीम अगले महीने होने वाली चैम्पियंस ट्राफी में हिस्सा लेगी जिसे बीसीसीआई ने आज अपनी आम सभा की विशेष बै"क में इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की स्वीकृति दे दी। इस तरह बीसीसीआई के शुरूआती आक्रामक रवैये में नरमी आई है।

बोर्ड ने साथ ही घोषणा की कि एक जून से शुरू हो रही आ" टीमों की चैम्पियंस ट्राफी के लिए टीम की घोषणा कल की जाएगी। यह भी फैसला किया गया कि प्रशासकों की समिति के फरमान के अनुसार आईसीसी के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी। आईसीसी ने गत चैम्पियन भारत के टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की पुष्टि करने के बीसीसीआई के फैसले का स्वागत किया है। आईसीसी के एक अधिकारी ने कहा, ``दुनिया भर के करोड़ों क्रिकेटर सिर्फ अच्छा क्रिकेट देखना चाहते हैं और अब हम सभी एक जून से इंग्लैंड और वेल्स में बेहतरीन टूर्नामेंट को लेकर उत्सुक हैं।'' एसजीएम में टीम को भेजने और आईसीसी को नोटिस नहीं भेजने के सीओए के निर्देशों का पालन किया गया है। आईसीसी ने विवादास्पद `बिग थ्री' प्रशासनिक ढांचे में आमूलचूल बदलाव करके बीसीसीआई के राजस्व हिस्से को लगभग आधा कर दिया है और उसके कार्यकारी अधिकारों में भी कमी की है।

यह बीसीसीआई से बाहर किए गए एन श्रीनिवासन से जुड़े गुट के लिए झटका है जो आक्रामक रूख अपनाना चाहता था। अपना नजरिया रखने के लिए श्रीनिवासन स्काइप के जरिये चर्चा से जुड़े थे लेकिन उन्होंने टकराव वाला रवैया नहीं अपनाया। आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य राजीव शुक्ला ने बै"क के बाद संवाददाताओं से कहा, ``बै"क का नतीजा सकारात्मक रहा। भारत चैम्पियंस ट्राफी में हिस्सा लेगा। टूर्नामेंट से नहीं हटा जाएगा। कल टीम आईसीसी को भेज दी जाएगी।'' शुक्ला ने कहा, ``जहां तक वित्तीय माडल का सवाल है तो मानद सचिव ःअमिताभ चौधरीः को आईसीसी के साथ पुनः चर्चा करने के लिए अधिकृत किया गया है। उन पर कोई बाध्यता नहीं होगी।'' उन्होंने कहा, ``हमारा रवैया यह होगा कि टकराव की जगह बातचीत से इसे सुलझाने का प्रयास किया जाए। राजस्व और संचालन माडल को लेकर पांच से छह मुद्दे हैं जिन्हें सुलझाए जाने की जरूरत है।'' सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा कि वह पहले ही खिलाड़ियों को सूचित कर चुके थे कि वे एक जून से शुरू हो रही प्रतियोगिता के लिए इंग्लैंड जा रहे हैं। राय ने कहा, ``बेशक मुझे राहत मिली है कि वे चैम्पियन्स ट्राफी में खेलने जा रहे हैं। लेकिन खिलाड़ियों को हमेशा पता था कि वे जा रहे हैं। मैंने निजी तौर पर अनिल कुंबले और विराट कोहली से बात की थी कि आप लोग चैम्पियंस ट्राफी में खेलोगे। मैंने हमेशा से कहा है कि 10 करोड़ डालर अधिक "rक हैं।'' आईपीएल संचालन परिषद की बै"क में हिस्सा लेने के बाद उन्होंने कहा, ``भारत द्विपक्षीय श्रृंखलाएं खेलकर पैसा कमा सकता है। उन्हें घरेलू सरजमीं पर एक मैच खेलने के 45 करोड़ रूपये मिलते हैं।'' माना जा रहा है कि बीसीसीआई के रवैये में नरमी आई है लेकिन अभिताभ चौधरी ने स्पष्ट किया कि चैम्पियंस ट्राफी में प्रतिनिधित्व का मतलब यह नहीं है कि कोई चिंता नहीं है। चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ``बीसीसीआई के पास आईसीसी के खिलाफ सभी कानूनी विकल्प हैं। चैम्पियंस ट्राफी में खेलने का मतलब यह नहीं कि हम आईसीसी राजस्व और संचालन माडल से सहमत हैं। राजस्व बंटवारा ही नहीं बल्कि संचालन ढांचा भी मुद्दा है।''

झारखंड के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी चौधरी ने हालांकि कहा कि बातचीत जारी रहनी चाहिए। चौधरी ने कहा, ``बातचीत की प्रक्रिया जून में आईसीसी के वार्षिक सम्मेलन से पहले जारी रहेगी। अप्रैल में हुई बै"क के दौरान जिन अन्य सदस्यों के साथ मैंने बात की वे भी मामले के सौहार्दपूर्ण हल के पक्ष में थे।'' उन्होंने कहा, ``एसजीएम में सभी एक पहलू पर सर्वसम्मत थे। शीर्ष क्रिकेट देश के रूप में हमारी स्थिति कमजोर नहीं होनी चाहिए। अब पुनः बातचीत संवेदनशील मुद्दा है। मैं किसी आंकड़े पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता।''चौधरी ने भी बीसीसीआई की सभी इकाइयों को एक साथ लाने का प्रयास करने के लिए सीओए की भूमिका की तारीफ की। पता चला है कि आईसीसी को नोटिस भेजा जाए या नहीं इस पर चर्चा शुरू हुई तो पश्चिम क्षेत्र इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि अगर सदस्य प्रतिनिधित्व करार को लेकर रद्द किया जाता है तो उल्लंघन को "rक करने के लिए 30 दिन का नोटिस दिया जाता है लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ चार जून को भारत का मैच इस निर्धारित समय से पहले है। श्रीनिवासन के आक्रामक रवैये के बारे में पूछने पर चौधरी ने कहा, ``उन्होंने अपना नजरिया रखा क्योंकि आईसीसी मुद्दों पर उन्हें गहन जानकारी है।''चौधरी ने शशांक मनोहर के बीसीसीआई से चिढ़ने के सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ``मुझे नहीं लगता कि व्यक्तिगत लोग संस्थान के साथ सौदेबाजी कर सकते हैं। दो संस्थान जुड़े हैं, व्यक्ति नहीं।''टीम के चयन में विलंब को स्वीकार करते हुए चौधरी ने कहा कि कोच अनिल कुंबले और अन्य सहयोगी स्टाफ के अनुबंध पर जल्द ही चर्चा होगी। ये अनुबंध चैम्पियंस ट्राफी के बाद नवीनीकरण के लिए आएंगे।

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