Home » खेल खिलाड़ी » कोहली-कुंबले के प्रस्ताव से धोनी को नुकसान संभव

कोहली-कुंबले के प्रस्ताव से धोनी को नुकसान संभव

👤 admin 4 | Updated on:22 May 2017 5:25 PM GMT

कोहली-कुंबले के प्रस्ताव से धोनी को नुकसान संभव

Share Post

नई दिल्ली, (एजेंसी)। भारतीय ािढकेट टीम और बीसीसीआइ के बीच सालाना करार और मैच फीस को लेकर बहस अभी खत्म नहीं हुई हैं। टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली लंबे समय से खिलाड़ियों का वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। कुंबले और कोहली की इस मांग पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सीओए ने भी उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है। अब खबर आई है कि कुंबले और कोहली की जोड़ी ने ऐसा प्रस्ताव रखा है, जिससे महेंद्र सिंह धौनी को नुकसान हो सकता है। मजेदार बात यह है कि कुंबले ने जहां अपने वेतन को बढ़ाने की मांग की है, वहीं कोहली का वेतन दूसरे खिलाड़ियों से बहुत ज्यादा नहीं होगा। कुंबले और कोहली के इस प्रस्ताव को बीसीसीआइ ने हरी झंडी दे दी तो अब तक भारतीय खिलाड़ियों को फॉर्म, प्रसिद्धि और अनुभव के आधार पर सालाना करार के लिए मिलने वाले ग्रेड अब खत्म हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक सीओए और बीसीसीआइ ने हैदराबाद में रविवार को एक संयुक्त प्रस्तुति दी है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कुंबले और कोहली ने तीन स्तर के ही ग्रेड बनाए रखने की मांग की है। हालांकि, नए प्रस्ताव के तहत टेस्ट खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा वेतन मिलेगा। दूसरे नंबर पर वनडे खेलने वाले खिलाड़ियों का वेतन रहेगा और सबसे कम टी 20 खेलने वालों का होगा। आपको बता दें कि धौनी टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं, इसलिए उनके वेतन पर असर पड़ेगा। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नई व्यवस्था में चेतेश्वर पुजारा जैसे टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा। पुजारा वनडे और टी-20 ािढकेट नहीं खेलते हैं। वहीं, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और आर अश्विन जैसे खिलाड़ी जो ािढकेट के तीनों ही फॉर्मेट में खेलते हैं, उनको भी सिर्फ छोटे प्रारूप में खेलने वाले खिलाड़ियों से अधिक पैसे मिलेंगे।' इसी दौरान कोच अनिल कुंबले ने नए प्रस्ताव में अपने वेतन में इजाफे की सिफारिश की है। कुंबले ने टीम इंडिया के कोच की सैलरी सालाना 6 करोड़ से बढ़ाकर 8 करोड़ करने का प्रस्ताव दिया है। वहीं, कोच ने सपोर्टिंग स्टाफ के वेतन में भी 50 फीसदी इजाफे की सिफारिश की है। सूत्रों ने बताया कि सीओए का रुख भी सीनियर खिलाड़ियों के जैसा ही है। सूत्रों ने कहा है, 'बोर्ड ने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि खिलाड़ियों को बीसीसीआई के कुल प्रॉफिट में से 26 फीसदी से अधिक का शेयर नहीं दिया जा सकता है।' सूत्रों का कहना है, 'वर्तमान में ग्रेड ए के खिलाड़ियों को 2 करोड़ रुपए सालाना दिए जाते हैं। इस प्रस्ताव में खिलाड़ियों के लिए 150 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ इसे 5 करोड़ करने का सुझाव दिया गया है।' बोर्ड नए प्रस्ताव पर 26 मई को विचार कर सकता है। बीसीसीआइ के वर्तमान ग्रेडिंग सिस्टम के तहत ग्रेड ए के खिलाड़ियों को सालाना 2 करोड़ रुपए दिए जाते हैं। वहीं, ग्रेड बी को 1 करोड़ और ग्रेड सी के खिलाड़ियों को 50 लाख रुपए सालाना दिए जाते हैं।

इस भुगतान में मैच फीस शामिल नहीं है। भारतीय टीम के खिलाड़ियों को टेस्ट के लिए 15 लाख, वनडे ािढकेट के लिए 7 लाख और टी 20 मैच के लिए 3 लाख रुपए का भुगतान किया जाता है।

Share it
Top