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विश्व कप से कठिन है चैम्पियंस ट्राफी : कोहली

👤 admin 4 | Updated on:24 May 2017 6:02 PM GMT

विश्व कप से कठिन है चैम्पियंस ट्राफी : कोहली

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मुंबई, भाषा . भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज स्वीकार किया कि चैम्पियंस ट्राफी विश्व कप से अधिक प्रतिस्पर्धी है जिसमें सीमित शेड्यूल में शीर्ष आ" टीमें एक दूसरे के आमने सामने होती हैं। कोहली ने इंग्लैंड रवाना होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा ," इस टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी उढंचा होता है। विश्व कप में आपको लय में आने के लिये लीग मैच मिलते हैं लेकिन चैम्पियंस ट्राफी में पहले ही मैच से अच्छा खेलना पड़ता है। यदि नहीं खेलेंगे तो जल्दी बाहर हो जायेंगे।''भारत को पहला मैच चार जून को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से बर्मिंघम में खेलना है लेकिन कप्तान नहीं चाहते कि गत चैम्पियन होने का उनकी टीम कोई अतिरिक्त दबाव ले। उन्होंने कहा ," पहली चुनौती तो यह है कि हमें यह नहीं सोचना है कि हम खिताब बरकरार रखने जा रहे हैं। जब पिछली बार हम वहां गए थे तो एक युवा टीम के तौर पर खेल का पूरा मजा लेने गए थे और आखिर में खिताब जीत गए।'' कोहली ने कहा ," 2013 में मिली खिताबी जीत के बाद ऐसी टीम बनी जो अभी तक अच्छा खेलती आई है। मौजूदा टीम में कुछ बदलाव है लेकिन मानसिकता वही है कि अपने खेल का पूरा मजा लेना है। टेस्ट में हम इसी मानसिकता के साथ शीर्ष पर पहुंचे।''

उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों सीनियर खिलाड़ी पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और स्टायलिश युवराज सिंह खुलकर खेलेंगे। कोहली ने कहा ," धोनी और युवी के पास अपार अनुभव है और यदि उन्हें मध्यक्रम में खुलकर खेलने का मौका मिले तो उन्हें सबसे ज्यादा पता है कि मैच कैसे जीते जाते हैं और टीम को क"िन हालात से कैसे निकाला जाता है।'' उन्होंने कहा ," वे हमारे सबसे मजबूत स्तंभ हैं और उनके फार्म में रहने से टीम को फायदा होगा।'' चैम्पियंस ट्राफी 2013 में रोहित शर्मा और शिखर धवन ने भारत को अच्छी शुरूआत दी थी। कोहली ने कहा ," पिछली चैम्पियंस ट्राफी के दौरान सबसे बड़ी खासियत सलामी साझेदारी रही थी। रोहित और शिखर ने पारी का आगाज करते हुए उम्दा प्रदर्शन किया। यह प्रशंसकों और टीम के लिये अच्छा रहा और हमारी चैम्पियंस ट्राफी की जीत में अहम भूमिका निभाई।'' उन्होंने कहा ," अश्विन और जडेजा ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और हम सर्वश्रेष्" फील्डिंग टीम थे। हम अपनी ताकतों पर अडिग रहेंगे।'' कोहली ने यह भी कहा कि टी20 और वनडे को मिक्स नहीं करना चाहिये। उन्हेंने कहा ," सभी लोगों के लिये यह अलग अलग है। कुछ लोगों को दोनों प्रारूप पसंद नहीं आते जबकि कुछ को दोनों रास आते हैं। आईपीएल बेहद प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है जिसमें आप दुनिया के सर्वश्रेष्" खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते हैं और चैम्पियंस ट्राफी के लिये यह बेहतरीन तैयारी है।'' कोहली ने कहा कि उपमहाद्वीप के क्रिकेटरों के लिये एक श्रृंखला में विफलता 'जीवन मरण' का प्रश्न क्यो बन जाती है और उन्होंने यह भी कहा कि वह कभी खुद को साबित करने के लिये नहीं खेलते। उन्होंने चैम्पियंस ट्राफी के लिये इंग्लैंड रवाना होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा ," मेरा मानना है कि हर श्रृंखला में आप बतौर क्रिकेटर निखरते हैं। कई बार हमारे जेहन में भले ही नहीं हो लेकिन हमारे आसपास ऐसा माहौल बन जाता है कि कोई भी श्रृंखला हमारे लिये जीवन मरण का प्रश्न हो जाती है। उपमहाद्वीप के क्रिकेटरों के साथ खास तौर पर ऐसा होता है और मुझे समझ में नहीं आता कि क्यों।'' उन्होंने कहा ," यदि खिलाड़ी भारत में अच्छा नहीं खेलते और फिर जाते हैं तो कोई हाइप नहीं होती। यदि आप भारत के बाहर अच्छा नहीं खेलते तो आपकी गर्दन पर तलवार लटक रही होती है। मैं इन चीजों में यकीन नहीं करता।'' उन्होंने कहा ," मैं कुछ साबित करने के लिये नहीं खेलता। मेरा एकमात्र लक्ष्य देश के लिये मैच जीतना है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं उपमहाद्वीप में खेल रहा हूं, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया या कहीं और।''कोहली की अगुवाई वाली रायल चैलेंजर्स बेंगलूर आईपीएल आईपीएल के नाकआउट चरण में नहीं पहुंच सकी और उन्होंने स्वीकार किया कि इससे उन्हें अपनी सीमाओं के बारे में पता चला। कोहली ने कहा ," भारतीय टीम का कार्यक्रम इतना व्यस्त था और उसके बाद आईपीएल जैसा टूर्नामेंट जो आपको कई स्तरों पर आपकी सीमाओं के बारे में बताता है। एक इंसान को अपनी सीमाओं का पता होना चाहिये और कई बार पीछे की ओर कदम उ"ाना अच्छा भी होता है।''

पाक से भिड़ना, किसी अन्य टीम से खेलने जैसा ही

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चैम्पियंस ट्राफी में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ होने वाले आगामी मुकाबले के लिये हो रही हाईप को नकारते हुए आज कहा कि खिलाड़ियों के लिये यह महज 'क्रिकेट का एक और मैच' है। गत चैम्पियन भारत चार जून को बर्मिंघम के एजबेस्टन में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगा, जबकि दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों के बीच इस समय काफी तनाव चल रहा है। यह पूछने पर कि मौजूदा तनावपूर्ण राजनीतिक हालात में पाकिस्तान से खेलना सही चीज है तो कोहली ने कहा, "आप क्या सोचते हो? ऐसा लगता है कि आप दिमाग में कुछ सोचकर आये हो। बतौर क्रिकेटर, जो कुछ भी ःमौजूदा परिस्थितियों मेंः चल रहा हो, जब आप बल्लेबाजी करते हो तो आप दूसरे छोर पर खड़े अपने जोड़ीदार के बारे में भी नहीं सोच सकते। '' कोहली ने कहा, "हम सिर्फ मैच खेलने के बारे में सोचते हैं। हां, भारत-पाकिस्तान का मुकाबला हमेशा ही प्रशंसकों के लिये रोमांचक होता है। यह उनके लिये अलग तरह का होता है। हमारे लिये यह सिर्फ क्रिकेट का एक मैच है। हमारे दिमाग में कोई बदलाव नहीं होता, यह वैसा ही होता है जैसा किसी अन्य टीम के साथ खेलना। यह पहली बार नहीं है जब हम उनके खिलाफ खेल रहे हैं। भारत के लिये खेलने के लिये आपको अतिरिक्त प्रेरणा की जरूरत नहीं होती। '' कोहली ने यह बात इंग्लैंड के लिये टीम की रवानगी से पहले कही।भारतीय टीम का विश्व टी20 और 50 ओवर के विश्व कप के मुकाबलों में पाकिस्तान पर दबदबा रहा है और वह चिर प्रतिद्वंद्वी टीम से 11-0 से आगे रही है। हालांकि चैम्पियंस ट्राफी में पाकिस्तान का रिकार्ड बेहतर है, जिसमें उसने भारत के खिलाफ दो जीत दर्ज की हैं। भारत को पाकिस्तान के खिलाफ पहली जीत पिछले 2013 के सत्र में मिली थी। चैम्पियंस ट्राफी एक जून से शुरू होगी जिसमें मेजबान इंग्लैंड की भिड़ंत बांग्लादेश से होगी जबकि भारत अपने अभियान की शुरूआती तीन दिन बाद करेगा। भारत ने पिछली बार 2013 में टूर्नामेंट अपने नाम किया था, तब टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में फाइनल में इंग्लैंड को पांच रन से पराजित किया था।

पाकिस्तान से भिड़ने के बाद भारत को आ" जून को श्रीलंका से खेलना और फिर लंदन में 11 जून को उसकी भिड़ंत दक्षिण अफ्रीका से होगी।

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