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मोबाइल का स्विच करो ऑफ प्यार का स्विच करो ऑन

👤 Admin 1 | Updated on:14 May 2017 3:08 PM GMT

मोबाइल का स्विच करो ऑफ  प्यार का स्विच करो ऑन

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नम्रता नदीम

'मैं तो बहुत थक चुका हूं, मुझे नींद आ रही है, तुम भी सो जाओ' रिषभ ने पत्नी नीला से कहा लेकिन नीला की आंखों में भला नींद कहां थी, अपने कॉलेज के क्लासमेट से उसकी हाल ही में फेसबुक पर नयी-नयी दोस्ती हुई थी, वह उसी के साथ चैटिंग में मशगूल थी, उसने रिषभ की बात को अनसुना कर दिया। रिषभ करवट बदलकर सो गया, थोड़ी ही देर में वह खराटे भरने लगा, नीला अपने पुराने फ्रेंड के साथ देर रात तक चैटिंग करती रही, उसे वक्त का ध्यान ही नहीं रहा। रात के 1 बज चुके थे। उसने अपने मोबाइल को एक तरफ रखा और सोने की कोशिश करने लगी।

आजकल पति-पत्नी के बेडरूम में इस तरह का नजारा आम देखने को मिलता है। पति या पत्नी दोनो एक साथ होने के बावजूद अपने-अपने स्मार्टफोन पर ऑनलाइन रहते हैं। ज्यादातर लोग पूरे दिन की व्यस्तता के बाद रात के समय इत्मीनान से मोबाइल में अपने मेल चैक करते हैं, दिनभर की भागदौड़ के बाद मिले थोड़े से समय में वह लोगों से चैटिंग करना और मेल का जवाब देते हैं। जिसके कारण पति-पत्नी के वैवाहिक और सेक्स लाइफ से सेक्स नाम की चीज गायब हो रही है। लोगों से जुड़ने के लिए स्मार्टफोन जैसा जरिया जिसमें हकीकत में लोगों को एक दूसरे से जोड़ने की बजाय उन्हें एक नये कल्पनालोक से जोड़ दिया है। यही वजह है कि तमाम दूसरे लोगों की तरह पति-पत्नी भी बेडरूम में अपनी वास्तविक दुनिया से दूर होकर निर्जीव तरंगों की उस दुनिया से रूबरू रहते हैं। जिस समय का इस्तेमाल उन्हें अपनी सेक्स लाइफ को खूबसूरत और यूजफुल बनाने के लिए करना चाहिए, उसकी बजाय उस अमूल्य समय का इस्तेमाल पति और पत्नी फेसबुक फ्रेंडस और दूसरी अन्य चीजों पर एक्टिव रहकर लगाते हैं। कमोवेश यह स्थिति पति और पत्नी दोनो के साथ एक जैसे होती है, जो महिलाएं फेसबुक या सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं होतीं, उन्हें उनके पतियों की मोबाइल फोन से दूसरों से जुड़े रहने की यह लत उन्हें चिड़चिड़ा बना रही है। स्मार्टफोन ने रिश्तों की संवेदनशीलता को तार-तार कर दिया है, जिसके कारण दाम्पत्य रिश्तें में दरार आने लगती है।

स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल और इसके लगातार इस्तेमाल के दुष्परिणामों पर पूरी दुनिया में अनेक सर्वेक्षण हुए हैं, इन सर्वेक्षणों के नतीजे में पाया गया है कि स्मार्टफोन के लगातार इस्तेमाल से लोगों की याद्दाश्त कम होती है, आंखों पर इसका बुरा असर होता है। रात में ऑनलाइन रहने के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती। लगातार मैसेज टाइप करने के कारण उंगलियों और उनकी नशों पर इसका बुरा असर होता है। विभिन्न शोधकर्ता लोगों की सेक्स में घटती रूचि की खास वजह स्मार्टफोन को "हराते हैं। पूरी दुनिया ने इस बात को स्वीकार किया है।

साल 2013 में अमरीका की टेक्निकल कंपनी जूमियों द्वारा मोबाइल कंप्यूटर के इस्तेमाल पर एक ऑनलाइन सर्वे करवाया गया था। जिसमें 1,102 लोगों ने हिस्सा लिया था। जिसमें से 10 में से एक आदमी में ने इस बात को स्वीकार किया था कि सेक्स के दौरान भी वह अपने फोन को मॉनिटर करते हैं। कम उम्र के जोड़ों में इस बात को ज्यादा देखा गया। चिकित्सकों का भी मानना है कि सिगरेट, शराब, ड्रग्स, इन तमाम चीजों की लत से स्मार्टफोन की लत को किसी भी मायने में कम नहीं समझना चाहिए। इससे निजात पाना उतना ही मुश्किल है, जितना किसी और लत से छुटकारा पाना। इस सर्वे में 12 प्रतिशत लोगों ने इस बात को भी स्वीकार कि स्मार्टफोन की वजह से उनकी लव लाइफ पर बुरा असर पड़ा है और उनके बीच तनाव, असुरक्षा जैसी बातें उनके रिश्तों को प्रभावित कर रही है।

पति-पत्नी दोनो का कामकाजी होना, वर्किंग आवर्स में अती व्यस्तता काम के टारगेट को अचीव करने के लिए उससे जुड़े दबाव के कारण वैसे ही उनके सामाजिक रिश्ते बेहद सीमित हो गये हैं। सप्ताह में एक या दो दिन का अवकाश उनकी घर और परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने में बीत जाता है। उन्हें अपने दोस्तों और अन्य सामाजिक रिश्तों को देने के लिए समय उपलब्ध न करा पाने के कारण उन्हें मोबाइल फोन के जरिये उनसे जुड़े रहना ही एकमात्र विकल्प लगता है। अपने उन सामाजिक रिश्तों को बनाए रखने के लिए पति-पत्नी को इस बात का इंतजार होता है कि ऑफिस से घर लौटकर आने के बाद अपने घर परिवार की जिम्मेदारियों से मुक्त होकर खाली वक्त निकालकर वह सोशल साइट्स के जरिये अपनी उसे वर्चुअल दुनिया के वर्चुअल दोस्तों की खैर खबर पूछकर उन्हें अपने साथ के रोजमर्रा के छोटे बड़े मसलों में भागीदार बनाएं, उनके साथ अपने सुख दुख बांटें। ऐसे में उनका सामाजिक रिश्ता बनें या न बनें हां, लेकिन इतना जरूर है कि पति और पत्नी एक बेडरूम में एक ही बेड पर एक साथ सोने के बावजूद एक दूसरे की दुनिया से दूर हो जाते हैं।

यही वजह है कि पत्नी यदि स्मार्टफोन पर बिजी हो तो पति भी पोर्न साइट देखकर संतुष्ट होकर नींद आने पर चुपचाप सो जाते हैं। स्मार्टफोन ने एक हथेली के भीतर पूरी दुनिया से जुड़ी जानकारियों को समेट दिया है। विभिन्न सर्वेक्षण इस बात का खुलासा करते हैं कि महिलाएं भी पुरुषों की तरह पोर्न साइट देखने की लती हो चुकी हैं। पति और पत्नी दोनो ही सेक्स चैटिंग करते करते अपनी सेक्स लाइफ से दूर हो जाते हैं और वर्चुअल दुनिया से जुड़ी एक ऐसी सेक्स लाइफ को एंज्वॉय करने लगते हैं जिसका कोई ओर छोर नहीं होता, दोनो के बीच शक जलन और प्रतिस्पर्धा इतनी बढ़ जाती है कि दोनो एक दूसरे के लिए अजनबी बन जाते हैं।



ताकि स्मार्टफोन

सेक्स लाइफ को न करें प्रभावित

बेडरूम में आने के बाद मोबाइल फोन पर नोटिफिकेशन और अपडेट चेक करने की समय सीमा निर्धारित कर लें।

दिन में कई दफे अपने पार्टनर को प्यार भरे मैसेज भेजने की बजाय, उनसे सीधे फोन पर बात करें।

मोबाइल फोन पर नॉनवेज चैट करने की बजाय उस समय का सद्पयोग आपसी रिश्तों को संवारने में करें।

पति भी ऑफिस से काम का बोझ घर लेकर न आये।

अपने फोन पर दोस्तों के साथ चैटिंग करने की बजाय बिस्तर पर आने के बाद इस समय का इस्तेमाल अपने पार्टनर के साथ अपनी लव लाइफ संवारने में करें।

फोन और लैपटॉप आंखों को ही नहीं दिमाग को भी थकाते हैं, देर रात उन चीजों में अपना वक्त बर्बाद करने की बजाय अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक किताबें पढ़ें, प्यार की गुफ्तगू करें।

रात को सोते समय मोबाइल को खुद से थोड़ी दूर रखें ताकि रात में बार-बार उसको खोलकर नोटिफिकेशन देखने के लिए मन न ललचाए। क्योंकि एक बार फोन उ"ाने के बाद सर्फिंग में लग सकते हैं।

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