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अनादिकाल से चला आ रहा है गुरू और शिष्य का रिश्ताः सतीश चन्द्र

👤 admin 4 | Updated on:21 May 2017 4:50 PM GMT

अनादिकाल से चला आ रहा है गुरू और शिष्य का रिश्ताः सतीश चन्द्र

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मधुसूदन शर्मा

मथुरा। बाबा जयगुरुदेव के वार्षिक भण्डारा के अन्तिम दिन राष्ट्रीय उपदेशक सतीश चन्द्र ने कहा कि इस सृष्टि में गुरु और शिष्य का रिश्ता अनादिकाल से चला आ रहा है। जिस फ्रकार अँधेरे में देखने के लिये किसी न किसी वाह्य फ्रकाश पुन्ज का सहारा लेना पड़ता है उसी फ्रकार आत्मा के ऊपर कर्मों की गन्दगी के कारण अन्दर में अँधेरा है। उस अँधेरे में जीवात्मा की आँख से देखने के लिये गुरुरूपी फ्रकाश पुन्ज का सहारा लेना पड़ता है। मनुष्य शरीर अनमोल है बार-बार नहीं मिलता। उन्होंने आगे कहा कि पूर्व जन्मों के कर्मों के संस्कार से अमीरी, गरीबी मिलती। राष्ट्रीय उपदेशक बाबूराम ने कहा कि 'जहाँ आशा वहाँ बासा' अगर दुनियां के सामानों में आप आशा रखेंगे तो वहीं जन्म हो जायेगा इसलिये अपने मुकामे हक यानि निजघर सतलोक पहुँचने की आशा रखनी चाहिये। आज आश्रम में भाजपा सांसद साक्षी महाराज पंहुचे, सत्संगियों ने उनका स्वागत किया। उनसे पंकज बाबा ने भी मुलाकात की। संस्थाध्यक्ष पंकज महाराज ने कार्पाम सम्पन्न होने की घोषणा करते हुये कहा कि पर्यावरण संरक्षण और फ्रदूषण से बचने के लिये अहिंसा और स्वच्छता अभियान चलाते रहना चाहिये। मेले में एक दर्जन से ऊपर दहेज रहित विवाह सम्पन्न हुये।

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