Home » दुनिया » पाकिस्‍तान के हाथ लगा असीमित तेल और नैचुरल गैस का भंडार, क्‍या दूर होगी गरीबी?

पाकिस्‍तान के हाथ लगा असीमित तेल और नैचुरल गैस का भंडार, क्‍या दूर होगी गरीबी?

👤 Veer Arjun | Updated on:23 April 2024 9:19 AM GMT

पाकिस्‍तान के हाथ लगा असीमित तेल और नैचुरल गैस का भंडार, क्‍या दूर होगी गरीबी?

Share Post

नई दिल्‍ली । पाकिस्तान के हाथ एक ऐसा कुआं लगा है, जिसमें असीमित तेल और नैचुरल गैस का भंडार है. यह खबर पाकिस्तान के लिए ऐसे समय आई, जब पाकिस्तान नैचुरल गैस की किल्लत से काफी दिनों से जूझ रहा था.

पाकिस्तान की मारी पेट्रोलियम कंपनी लिमिटेड (एमपीसीएल) ने सोमवार को इसकी पुष्टि भी की है. कंपनी ने बताया कि सिंध के दहरकी जिले में तेल और गैस भंडार की खोज की है. कंपनी ने अपने बयान में आगे कहा कि जनवरी 2024 में खोदा गया शावल-1 कुआं कुल 1,136 मीटर की गहराई तक पहुंच गया. इस कुएं से हर रोज 1,040 बैरल तेल और 2.5 मिलियन क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस निकल रही है.

कंपनी के सीईओ फहीम हैदर ने बताया कि यह काफी चुनौतीपूर्ण था. उन्होंने इस सफलता को उन सभी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए एक मील का पत्थर माना, जिन्होंने इस खोज में नई तकनीकों का इस्तेमाल किया. उन्होंने बताया कि यह सफलता एमपीसीएल की जनवरी 2024 में खैबर-पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में गैस खोजने के बाद मिली है.इससे पहले सरकारी पेट्रोलियम कंपनी पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड (पीपीएल) ने नवंबर 2023 में सिंध के सजावल जिले में प्राकृतिक गैस भंडार की खोज की घोषणा की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शाह बंदर में 2,545 मीटर की गहराई तक ड्रिलिंग अभियान के बाद यह सफलता मिली. इसमें 236 बैरल का प्रतिदिन उत्पादन दर्ज हुआ.

पाक में है तेल और गैस की किल्लत

पाकिस्तान से कई कंपनियां देश छोड़कर चली गई थीं, इसके बाद से तेल और प्राकृतिक गैस की किल्लत होने लगी. रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल तेल और गैस निकालने वाली 10 से ज्यादा इंटरनेशनल कंपनियों ने अपना कारोबार समेट लिया था. इसके चलते पाकिस्तान में तेल उत्पादन में 50 फीसदी की गिरावट देखी गई थी. बता दें कि ऊर्जा संकट से जूझ रहा पाकिस्तान पेट्रोल-डीजल और प्राकृतिक गैस के आयात पर हर साल करीब 1.91 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है. इसमें से 1.33 लाख करोड़ से पेट्रोल-डीजल और 54 हजार करोड़ रुपये गैस के पर खर्च होते हैं. अब पाकिस्तान में नए भंडार की खोज कहीं न कहीं राहतभरी खबर है.

Share it
Top