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जस्टिस की टिप्पणी

👤 | Updated on:13 Aug 2010 1:07 AM GMT
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जस्टिस ढींगरा की टिप्पणी 90 फीसदी अधिकारी भ्रष्ट ठीक ही पढ़ा। ठीक ही कहते हैं कि जस्टिस ढींगरा जी। वास्तव में पुलिस दिल्ली नगर निगम तथा डीडीए पैसे उगाहने वाली एजेंसियां बनकर रह गई हैं। हमारी सरकार भी एक बात नहीं समझती। जिस बात का वह सख्ती करती है वहीं पर भ्रष्टाचार आरम्भ हो जाता है। लाइसेंस बनवाने के लिए जितने नियम कड़े किए जाते हैं रिश्वत की रकम उतनी ही बढ़ जाती है। यही हाल पुलिस का है। उसे जितने ज्यादा अधिकार दिए जाते हैं भ्रष्टाचार उतना ही ज्यादा बढ़ जाता है। यदि हर काम का एक सिस्टम बना दिया जाए तो भ्रष्टाचार स्वत ही खत्म होता चला जाएगा हां यह ठीक है कि भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़े गए लोगों को कठोर सजा दी जानी चाहिए ताकि दूसरों को सबक मिले। -इन्द्र सिंह धिगान, किंग्जवे कैम्प, दिल्ली।          

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